मेरा गाँव
मुझे बचपन से ही उस शहर में कभी नहीं रहना था जहां ज्यादा भीड़भाड़ हो, ज्यादा ट्रैफिक हो, ज्यादा शोर हो और शायद इसीलिए मुझे मेरा गांव बेहद पसंद है, मैं मानता हूं शहर में काफी सुख सुविधाएं मिल जाती है परंतु मैं उन सुख-सुविधाओं का क्या करूंगा जब मेरा मन ही शांत ना होगा..!!! Akhil Akhilesh
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